1993 विधानसभा चुनावों में भी सपा-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था और तब दोनों दलों ने हवाओं का रुख बदलते हुए सरकार बनाई थी.
https://hindi.news18.com/photogallery/uttar-pradesh/lucknow-when-mayawati-had-said-yadav-kunba-will-fall-on-my-feet-and-apologize-then-will-be-coalition-nodrv-1919308-page-4.html हालांकि ये गठबंधन कुछ गंभीर कारणों से लंबे समय तक नहीं चल सका था. 1995 के लखनऊ गेस्ट कांड के बाद मायावती ने गठबंधन तोड़ लिया और मुलामय के लिए कहा कि वो जिस थाली में खाता है उसी में छेंद करता है.