पटना । आपने बियाह कर लिया फट से। तनिक ई भी नहीं सोचा कि इतना बड़ा बेटा घर में बिना शादी का बैठा है। बेटा का बियाह कराने से घर में कोई फर्क पड़ेगा का। कुछ इसी तरह के बाप-बेटा के बीच व्यंग्यात्मक संवाद कालीदास रंगालय के प्रेक्षागृह में शनिवार को सुनने को मिले। मौका था...
http://www.jagran.com/bihar/patna-city-gyangun-first-marriage-was-devoid-of-fixed-capital-of-the-sea-14214943.html?src=RN_detail-page