अधूरा रह गया स्वामी हंसदेवाचार्य का अयोध्या राम मंदिर देखने का सपना, दिया था ये बड़ा बयान

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अधूरा रह गया स्वामी हंसदेवाचार्य का अयोध्या राम मंदिर देखने का सपना, दिया था ये बड़ा बयान

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जोगेंद्र सिंह मावी, अमर उजाला, हरिद्वार, Updated Sat, 23 Feb 2019 09:10 AM IST

वैष्णव संप्रदाय के सर्वोच्च पद पर आसीन जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज अयोध्या में भव्य राममंदिर बनते देखना चाहते थे। लेकिन उनके जीवन जोत बुझने के साथ ही उनका यह सपना अधूरा रह गया।... https://www.amarujala.com/photo-gallery/dehradun/jagadguru-ramanandacharya-hansdevacharya-and-ram-mandir-connection


सड़क दुर्घटना में हंसदेवाचार्य जी महाराज की मृत्यु, सीएम योगी ने भी किए अंतिम दर्शन

पंचतत्व में विलीन हुए जगद्गुरु हंसदेवाचार्य, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब,चित्र ...

यूपी के उन्नाव के पास शुक्रवार की सुबह सड़क हादसे में ब्रह्मलीन हुए जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। शनिवार की शाम खड़खड़ी श्मशान घाट पर उनके दो शिष्यों ने मुखाग्नि दी। 

संत समाज ने एक प्रखर और विद्वान संत खोया
उन्हें धर्म, समाज और राजनीतिक की गहरी समझ थी। वैसे तो उन्होंने समाज के हर वर्ग के विकास के काम किया, लेकिन आदिवासी समाज के विकास में उनका उल्लेखनीय योगदान माना जाता है। स्वामी हंसदेवा चार्य ने पिछले साल दिसंबर माह में राममंदिर के मसले पर पहले अयोध्या और उसके बाद दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अखिल भारतीय संत समिति के सम्मेलन में देशभर के पांच हजार से अधिक प्रमुख संतों को जोड़ मंदिर निर्माण के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास भी किया। वे अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के पक्षधर थे।


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चारों वर्णों की समानता और एकता
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सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत्। ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः